अजमेर से 15 किमी. दूर जगद्पिता ब्रह्मा का यह एक मात्र मंदिर भी उन्हीं में से एक है। यहां गर्भगृह में विवाहित पुरुष श्रद्धालुओं का जाना वर्जित है। दरअसल एक मान्यता के अनुसार देवी सरस्वती के शाप के कारण विवाहित पुरुषों को भीतर जाने से रोका जाता है। माना जाता है कि जो भी विवाहित पुरुष गर्भगृह में ब्रह्मा के दर्शन के लिए जाता है उसके वैवाहिक जीवन नकारात्मक असर पड़ता है।