बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में स्थित यह मंदिर वैसे तो साल भर श्रद्धालुओं के लिए खुला रहता है, लेकिन एक अवधि ऐसी आती है जिस दौरान पुरुषों का प्रवेश सख्त वर्जित कर दिया जाता है। यहां तक कि इसके मुख्य पुजारी को भी इस दौरान गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति नहीं होती है।