उदयपुर। यूआईटी चेयरमैन पद पर नियुक्ति को लेकर शहर में इन दिनों चर्चाएं गर्म है। इस कुर्सी पर मेवाड की राजनीति के प्रमुख कटारिया व किरण गुट में से किसी एक का चेयरमैन बनना तय है। ऐसे में राजनीतिक सूत्रों और कटारिया विरोधी गुट का कहना है कि किरण विरोधी गुट ने तो किरण के नजदीकी और यूआईटी चेयरमैन की दौड में शामिल गुरप्रीत सोनी का नाम जयपुर में हुई एक ट्रेंपिंग के मामले तक में घसीटवा दिया।
ज्ञातव्य है कि मंगलवार को जयपुर में एसीबी टीम ने पन्द्रह लाख रूपये की रिश्वत मामले में जलदाय विभाग के चीफ इंजीनियर और एडिशनल चीफ इंजीनियर को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद किरण और उनके नजदीकी गुरप्रीत सोनी का नाम एक अखबार ने जांच में होना बता दिया। इस मामले में गुरप्रीत सोनी का कहना है उन्हें बदनाम करने की नियत से उनका नाम लिखा गया है, इस तरह के किसी भी मामले से उनका कोई लेना देना नहीं है। किरण गुट इसे राजनीतिक षडयंत्र बता रहा है।
उल्लेखनीय है कि मेवाड में इन दिनों राज्य की जलदाय सेवक किरण माहेश्वरी का दबदबा बढ़ता जा रहा है, वहीं कटारिया की आलाकमान द्वारा लगातार अनदेखी की जा रही है। ऐसे में माना जा रहा था कि यदि किरण गुट की चली तो गुरप्रीत सोनी यूआईटी चेयरमैन बन सकते है, इसीलिए किरण गुट को बेकफुट पर लाने के लिए विरोधी गुट ने पैंतरे अपनाने शुरू कर दिए है । सोनी की चेयरमैन दौड में शामिल होने की बात विरोधी गुट पचा नहीं पा रहा है और कयास लगाए जा रहे है कि सोनी को इस दौड से बाहर करने के लिए ही ट्रेपिंग जैसे मामले में उन्ळे बेवजह उलझाया गया।
कटारिया व किरण गुट दोनों ही चाहेंगे कि इस रसूखदार कुर्सी पर उनका वफ़ादार व चहेता व्यक्ति ही बैठे। राजनीतिक हल्कों में यह भी चर्चा है कि बीते कुछ समय से कटारिया से खफा चल रहे ताराचन्द जैन भी यूआईटी चेयरमैन बनने की लालसा में कटारिया की गोद में जा बैठे है। अब यह तय करना आलाकमान का काम है कि किसकी ताजपोशी इस कुर्सी पर होगी । उदयपुर में यूआईटी चेयरमैन घोषित होना अभी बाकी है। कयास लगाए जा रहे हैं कि यूआईटी चेयरमैन की कुर्सी पर इन्हीं में से किसी एक नाम पर मुहर लगेगी। संभावित सूची में कुन्तीलाल जैन, प्रेमसिंह शक्तावत, पारस सिंघवी, रविन्द्र श्रीमाली, आकाश वागरेचा, नानालाल बया, अतुल चण्डालिया के नाम शामिल है । ऐसे में इन दिनों किरण व कटारिया गुटों में खींचतान की राजनीति गर्माई हुई है।